सतर्क रहकर फेक जॉब ऑफर्स से बच सकते हैं।

 सतर्क रहकर फेक जॉब ऑफर्स से बच सकते हैं।

सितंबर 2018 में नई दिल्ली में फेक जॉब रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था, जिसमें कृषि भवन के गवर्नमेंट ऑफिसर्स के कमरों का  इस्तेमाल, ओएनजीसी जैसी नवरत्न कंपनियों के लिए फेक इंटरव्यू लेने और युवाओं से करोड़ों रुपए ऐंठने के लिए किया जा रहा था। यह उन सैकड़ों हायरिंग स्कैम्स में से एक उदाहरण है जो देश के कोने कोने में फैल चुके हैं। बेरोजगारी दर के लगातार बढ़ने से इन स्कैमर्स का काम सरल हुआ है क्योंकि जरूरतमंद युवा इनके जाल में आसानी से फंस रहे हैं। खासकर छोटे शहरों के स्टूडेंट, जिनकी पढ़ाई हाल ही में पूरी हुई है, इनकी बातों में आसानी से आ जाते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि फॉरेन जॉब्स हो या गवर्नमेंट और प्राइवेट जॉब्स, आप इन स्कैमर्स का शिकार कहीं भी हो सकते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता कि किन तरीकों की मदद से यह स्कैमर्स इस काम को अंजाम देते हैं और आप इन के बिछाए जाल से सतर्क रहकर फेक जॉब ऑफर्स से कैसे बच सकते हैं

कई तरीकों से हो सकते हैं फेक जॉब ऑफर्स का शिकार

  • फिशिंग व मेलिंग

यह स्कैमर्स फ्रीलांस जॉब कंसल्टेंट्स बन कर मॉन्स्टर डॉट काम, naukri.com, shine.com जैसे जॉब पोर्टल्स के डेटाबेस को एक्सेस करते हैं। यह एक साथ कई लोगों को ईमेल भेजकर इंटरव्यू का लालच देते हैं जिसके लिए अपीयर होने से पहले आपको सिक्योरिटी, डिपॉजिट इंटरव्यू ऑफिस या ऑनलाइन चार्ज देने की जरूरत होती है। एक बार हाथ में पैसे आने के बाद, जहां इनमें से कई स्कैमर्स गायब हो जाते हैं वहीं कुछ फेक ऑनलाइन या टेलिफोनिक इंटरव्यूज करवा कर फेंक अपॉइंटमेंट लेटर तक दे देते हैं।


  • फेक वेबसाइट्स

यह स्कैमर्स प्रतिष्ठित फर्म्स, जॉब पोर्टल्स या सरकारी विभागों की डुप्लीकेट वेबसाइट्स बनाते हैं। यह इन वेब साइट्स पर फेंक जॉब्स के पोस्ट्स डाल कर टेस्ट्स कंडक्ट करते हैं और रिजल्ट अपलोड कर सक्सेसफुल कैंडीडेट्स को पेमेंट करने को कहते हैं। कुछ तो इतना आगे बढ़ जाते हैं कि वे टेंपरेरी ऑफिसेज बनाकर स्टाफ हायर करते हैं और इंटरव्यू ले कर फेंक लेटर अलॉट कर देते हैं।


  •  कैंपस प्लेसमेंट

यह स्कैमर जॉब कंसल्टेंट्स बन कर सीधे छोटे शहरों में स्थित कॉलेजज और इंस्टीट्यूटस के हेड्स से कांटेक्ट करते हैं। वहां यह एस्पिरेट्स से बड़ी व प्रतिष्ठित फॉर्म्स मैं प्लेसमेंट्स का वादा करते हैं और एक बड़ा अमाउंट चार्ज करने के बाद गायब हो जाते हैं।

72-80 पर्सेंट इंक्रीमेंट या मार्केट ट्रेंड व आपके एक्सपीरियंस से बहुत अधिक सैलेरी का ऑफर दिया जा रहा है तो बहुत संभावना है कि यह एक फेक जॉब ऑफर हो सकता है।


 फेक जॉब ऑफर्स से  बचने के लिए काम आ सकते हैं यह तरीके

  • ऑफिशल वेबसाइट चेक करें

अधिकांश फॉर्म्स, नई जॉब्स की जानकारी अपने ऑफिशियल वेबसाइट पर जरूर डालती हैं। इसलिए बजाय संदिग्ध इमेल्स का जवाब देने के, आप कंपनी की वेबसाइट के करियर पेज पर जाकर सीधे वहीं से अप्लाई करें। वहीं विदेशी जॉब्स के लिए गवर्नमेंट पोर्टल्स या उस देश के लोकल जॉब कंसलटेंट साइट पर जाएं। किसी फॉरेन जॉब पोस्टिंग की जानकारी या आवेदन के लिए एजेंट्स से कभी कांटेक्ट न करें।


  • पेमेंट करने से बचें

कोई भी एंप्लॉय कभी भी किसी जॉब सीकर से, हायरिंग प्रोसेस के किसी भी चरण के दौरान, किसी तरह की फीस की डिमांड नहीं करता। इसलिए ऐसे फॉर्म्स या लोगों से सावधान रहें, जो सिक्योरिटी डिपॉजिट,  रजिस्ट्रेशन या डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए फीस मांगते हैं। इसकी डिमांड बैंक डिपॉजिट,  वायर ट्रांसफर या कैश के रुप में भी की जा सकती है। आपके क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन बैंकिंग पासवर्ड या बैंक अकाउंट की जानकारी मांगने वाले जॉब ऑफर्स से भी दूर रहे।


  • ईमेल में चेक करें रेड फ्लैग्स

 अगर आप को जॉब ऑफर कंपनी के ईमेल एड्रेस के बजाय किसी दूसरे ईमेल एड्रेस से आया है तो सावधान रहें। साथ ही ईमेल में फॉर्मेट, स्पेलिंग मिस्टेक्स या गलत स्पेलिंग जैसी चीजों को भी चेक करें। साथ ही ईमेल भेजने वाले व्यक्ति का नाम व साइन, कंपनी एड्रेस और कांटेक्ट डिटेल्स पर भी ध्यान देना जरूरी है।


  • उदाहरण जो फेक जॉब से अलर्ट रहने को कहते हैं


जून 2019 में दिल्ली की एक अदालत ने मकोका में 6 लोगों को दोषी करार दिया जिन पर कई राज्यों में अनेक लोगों को न्यूजीलैंड और यूरोपीय देशों में जॉब का झांसा देकर ठगने का आरोप था।
 कोच्चि में नेवी के लिए फेक रिक्रूटमेंट करने वाले एक आदमी की गिरफ्तारी के बाद में नेवी ने एसपैरंट्स को सावधान रहने का आग्रह किया है।
जॉब पोर्टल विजडम जॉब्स के सीईओ अजय कोला को तकरीबन 100000 लोगों से ₹700000000 ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

Reactions

Post a Comment

0 Comments